मेरठ महायोजना 2031 का ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है। छह अप्रैल को मेडा की बोर्ड बैठक बुलाई गई है। महायोजना में शामिल कस्बों को भी औद्योगिक क्षेत्र में शामिल किया गया है। इससे मेरठ में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।'
मेरठ महायोजना-2031 ड्राफ्ट बनकर तैयार है। इसमें विशेष तौर पर शहर के विकास की रूपरेखा तैयार की गई है। इसके तहत नया औद्योगिक हब, गंगा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का पांचवें चरण (हापुड़ रोड से जैनुद्दीनपुर तक) प्रस्तावित किया गया है। महायोजना में शामिल कस्बों को भी औद्योगिक क्षेत्र में शामिल किया गया है। इससे मेरठ में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। छह अप्रैल को मेडा की बोर्ड बैठक बुलाई गई है।खास बात होगी कि महायोजना में सरधना, मवाना, लावड़, बहसूमा, खरखौदा, हस्तिनापुर, दौराला समेत जिले के 305 गांव भी आने से इसका विस्तार दोगुना हो गया है। महायोजना-2021 जहां 500 वर्ग किमी. की थी तो अब यह 1043 वर्ग किमी की हो गई है।
दौराला में लॉजिस्टिक पार्क
कोलकाता से लुधियाना तक बनाए जा रहे ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के एलाइनमेंट पर दौराला में एकमात्र लॉजिस्टिक पार्क महायोजना में रखा गया है। इससे मेरठ के उत्पाद मुंबई और कोलकाता तक ले जाना सुविधाजनक होगा। इसी के साथ रैपिड रेल के एलाइनमेंट के 500-500 मीटर दूरी पर प्रभाव क्षेत्र तय किए गए हैं। इनमें मिश्रित भू-उपयोग के तहत काम हो सकेंगे।
दौराला- गांवड़ी में 800 हेक्टेयर में विशेष विकास क्षेत्र प्रस्तावित
दौराला और कायस्थ गांवड़ी में 400-400 हेक्टेयर के दो विशेष विकास क्षेत्र प्रस्तावित किए गए हैं। शासन की ट्रांजिट ओरियंटेड पॉलिसी (टीओडी) लागू होने के बाद यहां मिश्रित भू-उपयोग अनुमन्य होगा। इन इलाकों में नीचे कार्यालय और ऊपर मकान भी बनाए जा सकेंगे। इसे देखते हुए शहर के दिल्ली रोड और रुड़की रोड पर दो विशेष विकास क्षेत्र दिए गए हैं।
शहर मेें तीन ट्रांसपोर्टनगर की पैरवी
रैपिड रेल, मेट्रो, गंगा एक्सप्रेस वे, फ्रेट कॉरीडोर, शहर के चारों ओर बिछ रहा हाईवे का जाल शहर के विकास को पंख लगा रहा है। बागपत रोड पर पांचली में न्यू ट्रांसपोर्ट नगर का प्रस्ताव भले ही डंप हो गया हो लेकिन महायोजना में नए औद्योगिक हब की संभावनाओं को देखते हुए तीन ट्रांसपोर्ट नगर प्रस्तावित किए गए हैं। इसके तहत हस्तिनापुर, मवाना, लावड़, सरधना आदि में ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र चिह्नित किया गया है।
महायोजना-2031 में प्रस्तावित भू-उपयोग क्षेत्रफल
आवासीय 12434.56 हेक्टेयर
व्यावसायिक 1213.03 हेक्टेयर
औद्योगिक 3487.46 हेक्टेयर
पब्लिक एंड सेमी पब्लिक 3184 हेक्टेयर
पार्क और ओपन स्पेस 6065.15 हेक्टेयर
यातायात और परिवहन 3032.58 हेक्टेयर
अन्य 909.77 हेक्टेयर
बोर्ड बैठक में दी जाएगी मंजूरी
मेरठ महायोजना-2031 को बोर्ड बैठक में शामिल किया जा रहा है। इसके लिए 6 अप्रैल को बोर्ड बैठक बुलाई गई है। इसमें मंजूरी के बाद इसे शासन भेजा जाएगा। वहां से स्वीकृति के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा। -अभिषेक पांडेय, उपाध्यक्ष मेडा