Australia: अंग प्रत्यारोपित खिलाड़ियों का टूर्नामेंट, किसी के हृदय का हुआ प्रत्यारोपण तो किसी को मिली है किडनी
नई दिल्ली, रोहित राज
दैनिक,चैलेंजर रिपोर्टर
ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में शुरू हो रहे वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स में हिस्सा लेंगे। इन खेलों में वो ही खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं जिन्होंने अपने किसी अंग का प्रत्यारोपण किया है या कराया हो। ऐसे ही कुछ अंग प्रत्यारोपित खिलाड़ियों पर एक नजर।
Tournament of organ transplanted players in Australia someone got heart transplant and someone got kidney
अगर किसी को यह पता चल जाए कि उसकी किडनी, लिवर आदि चीजों में से कोई एक अंग खराब हो गया है और इसका प्रत्यारोपण करना होगा तो ज्यादातर लोगों का जिंदगी के प्रति उत्साह फीका हो जाता है।
लेकिन दूसरी तरफ अंग प्रत्यारोपण करा चुके कुछ ऐसे भी लोग हैं जो खिलाड़ी बनकर प्रेरणा का काम कर रहे हैं।
इन खिलाड़ियों का अंग प्रत्यारोपण हो चुका है और वह अपनी फिटनेस पाकर देश को गौरवान्वित करने के लिए तैयार हैं।
ऐसे ही भारत के लगभग 32 खिलाड़ी हैं जो रविवार से ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में शुरू हो रहे वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स में हिस्सा लेंगे।
इन खेलों में वो ही खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं जिन्होंने अपने किसी अंग का प्रत्यारोपण किया है या कराया हो। ऐसे ही कुछ अंग प्रत्यारोपित खिलाड़ियों के नामों पर प्रकाश डालते हैं।
एथलीट थॉमस का हुआ था हृदय का प्रत्यारोपण
देश को केरल के एथलीट डिनॉय थॉमस से पदक की आस है जो मैराथन ट्रैक पर दोड़ेंगे। उनका 10 साल पहले केरल में हृदय प्रत्यारोपण हुआ था।
थॉमस के हृदय का प्रत्यारोपण करने वाले डॉ जोसफ ने उन्हें प्रेरित किया कि वह एथलीट बने और वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स में हिस्सा लें।
इसके बाद थॉमस ने अपनी फिटनेस पर काम किया। वह रविवार को पांच किलोमीटर की मैराथन में हिस्सा लेंगे।
अमित को उनकी बहन ने दी अपनी किडनी
पिछले साल राष्ट्रीय चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाले अमित शर्मा भी इन खेलों में अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयार हैं। अमित अभी इन खेलों में हिस्सा लेने गए हुए हैं।
उनकी पत्नी दिव्या शर्मा ने बताया कि अमित की एक किडनी खराब हो गई थी। उसके बाद उनकी बड़ी बहन ने अपनी किडनी अमित को दी। बल्ड प्रेशर के बढ़ने से किडनी का खराब होना माना जाता है।
वह लोगों को अंग प्रत्यारोपण के लिए प्रेरित करने का काम कर रहे हैं और इसके लिए आयोजित कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने भी जाते हैं। हमें उम्मीद है कि वह पदक लेकर आएंगे।
31 साल की उम्र में 2 बार किडनी प्रत्यारोपण
वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स में मर्लिन पॉल भी हिस्सा लेंगे। वह भी 31 साल की उम्र में 2 बार किडनी प्रत्यारोपण कर चुके हैं। लेकिन फिर भी उन्होंने देश को पदक दिलाने की ठान ली है।
राजस्थान के हर्षवर्धन को उनकी माता ने दी अपनी किडनी
राजस्थान के हर्षवर्धन सिंह वर्ल्ड गेम्स में पेटांक में हिस्सा लेंगे। वह 2019 व 2022 में राष्ट्रीय ट्रांसप्लांट गेम्स में भी पदक जीत चुके हैं। 2017 में किडनी खराब होने के बाद उनकी माता दुर्गेश कंवर ने अपना एक किडनी उन्हें दी थी। जिसके बाद आज वह देश का नाम रोशन कर रहे हैं।